INDUCTION MOTOR क्या है ?
जब कभी भी किसी close circuit conductor(coil ) को रोटेटिंग मैगनेटिक फील्ड
में रखते है तो कंडक्टर घुमने की कोशिश करता है |ऐसा प्रेरण(INDUCTION ) के
कारण होता है ,
अतः INDUCTION के सिद्धांत पर कार्य करने वाले मोटर को हम इंडक्शन मोटर कहते
है
इस पोस्ट में हम THREE PHASE INDUCTION MOTOR का
–सिद्धान्त ,संरचना, कार्य बिधि और प्रकार के बारे में बिस्तार में जानेगे
,साथ ही इंडक्शन मोटर से सम्बंधित प्रश्न उत्तर भी देखेंगे
THREE PHASE INDUCTION MOTOR IN HINDI
Principle of Induction Motor IN HINDI
जब कभी भी किसी close circuit conductor को रोटेटिंग मैगनेटिक फील्ड में
रखते है तो कंडक्टर घुमने की कोशिश करता है |
भँवर धारा हानियों को कम करने के लिए प्रत्येक पत्ती पर वार्निश की पतली परतें चढ़ाकर विद्युतरोधित कर दिया जाता है। जब सभी पत्तियों को एक साथ पंच करके संगठित कर दिया जाता है तथा इन्हें मोटर फ्रेम से कस दिया जाता है।
Three Phase इंडक्शन मोटर की संरचना:-
Three फेज इंडक्शन मोटर निम्नलिखित दो अंग होते हैं(1) Stator :-
Induction मोटर का स्टेटर, अल्टरनेटर के स्टेटर के सामान ही होता है। यह भाग सिलिकन इस्पात की गोल पत्तियों को संगठित करके बनाया जाता है। प्रत्येक पत्ती की मोटाई 0.3 मिमी से 0.65 मिमी तक हो सकती है।भँवर धारा हानियों को कम करने के लिए प्रत्येक पत्ती पर वार्निश की पतली परतें चढ़ाकर विद्युतरोधित कर दिया जाता है। जब सभी पत्तियों को एक साथ पंच करके संगठित कर दिया जाता है तथा इन्हें मोटर फ्रेम से कस दिया जाता है।
स्टेटर कोर में फेज वाइंडिंग के लिए अन्दर की परिधि पर खाँचे बने रहते
हैं जिनमें वाइंडिंग को लगाया जाता है। स्टेटर में ये खाँचे अर्द्धखुले या
पूर्ण खुले हुए हो सकते हैं।
मोटर फ्रेम के साथ दो end प्लेटें बोल्टों द्वारा कसी होती हैं तथा end
प्लेटों में बेयरिंग लगे होते हैं, जिसमें रोटर शाफ्ट घूमती है।
स्टेटर में three फेज winding होती है जिसे थ्री फेज सप्लाई प्रदान की
जाती है। स्टेटर एक निश्चित पोल के लिए winding किया जाता
है।
यदि मोटर 2 ध्रुवों वाली है तो उसकी गति 3000r.p.m. तथा यदि 4 ध्रुव
की है तो उसकी गति 1500 r.p.m. होगी। इस प्रकार ध्रुवों की संख्या बढ़ाने
से मोटर की गति कम की जा सकती है जिसे सूत्र Ns = 120f ∕ P द्वारा ज्ञात
किया जा सकता है।
जहाँ :- Ns =सिंक्रोनस स्पीड
f = frequency
p = no of poll
जरुर देखे:--
🖝इंडक्शन मोटर स्टार्टर की पूरी जनकारी
🖝dc मोटर स्टार्टर क्या है ?
induction motor के रोटर कई प्रकार के होते है जिनके आधार पर मोटरों के नाम बदलते है जैसे –·
f = frequency
p = no of poll
जरुर देखे:--
🖝इंडक्शन मोटर स्टार्टर की पूरी जनकारी
🖝dc मोटर स्टार्टर क्या है ?
(2) रोटर Rotor
यह भी लेमिनेटेड कोर का बना होता है | इन रोटरों में अल्टरनेटर की तरह
3-फेज, दो तह की वितरित वाइंडिंग की जाती है। रोटर में उतने ध्रुव की
ही वाइंडिंग की जाती है जितने ध्रुवों की वाइंडिंग स्टेटर में होती
है।
ROTOR |
induction motor के रोटर कई प्रकार के होते है जिनके आधार पर मोटरों के नाम बदलते है जैसे –·
- squirrel single cage rotor
- squirrel dual cage rotor
- squirrel deep bar cage rotor
- wound rotor motor या स्लिप रिंग motor
रोटर winding को आन्तरिक रूप से स्टार(🟃) में संयोजित किया जाता है। winding के शेष सिरों को शाफ्ट पर तीन
परस्पर विद्युतरोधित स्लिप रिंगों पर जोड़ दिया जाता है।
induction motor के दुसरे पार्ट्स निम्नलिखित है
(1) बेयरिंग कवर (2) साइड कवर (3)बेयरिंग सील (4) बाल बेयरिंग (5) बाल बेयरिंग (6) कवर पंखा (7) पंखा कवर (8) टर्मिनल बॉक्स
induction motor का कार्यविधि Working Method :-
जब स्टेटर winding को three फेज सप्लाई से संयोजित किया जाता है तो
स्टेटर winding से घूर्णीय चुम्बकीय क्षेत्र(रोटेटिंग मैग्नेटिक
फील्ड ) उत्पन्न होता है, जो सदैव सिंक्रोनस स्पीड से घूमता है। यह
घूर्णीय चुम्बकीय क्षेत्र वायु अन्तराल को पार कर रोटर चालकों से जुड़
कर रोटर में बलाघूर्ण उत्पन्न करता है जिससे रोटर घूमने लगता
है।
induction motor का अनुप्रयोग कहा किया जाता है ?:-
जहाँ उच्च प्रारम्भिक बलाघूर्ण की आवश्यकता होती है तथा मशीन को लोड सहित प्रारम्भ करना हो, जैसे लिफ्ट, आरा मशीन, लाइन शाफ्ट मिले इत्यादि में स्लिप रिंग Induction मोटरों का उपयोग किया जाता है।
INDUCTION MOTOR QUESTION ANSWER IN HINDI
उत्तर - क्योंकि ये इंडक्शन के सिद्धांत पर काम करता हैं।
प्रश्न 2. मोटर की स्पीड किन-किन बातों पर निर्भर करती है?
उत्तर - फ्रीक्वेंसी और पोलों की संख्या पर।
प्रश्न 3. सिंक्रोनस-स्पीड और असली स्पीड (Rated Speed) से आप क्या समझते हैं? कौन सी स्पीड अधिक होती है?
उत्तर - रोटेटिंग मैगनेटिक फील्ड की स्पीड को सिंक्रोनस स्पीड कहते हैं और जिस स्पीड पर रोटर घूमता है वह असली स्पीड कहलाती है। सिंक्रोनस स्पीड अधिक होती है।
प्रश्न 4. स्लिप से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – सिंक्रोनस स्पीड और असली स्पीड के अंतर को स्लिप कहते है
प्रश्न 5. जब स्लिप एक हो जाए तो क्या होगा?
उत्तर - यह अवस्था मोटर स्टार्ट होने की है।
प्रश्न 6. यदि पोलों की संख्या दुगुनी कर दी जाए तो क्या होगा?
उत्तर - स्पीड आधी हो जाएगी।
प्रश्न 7. एक 10 H.P. 3 फेज डेल्टा कनेक्टिड मोटर के मेन स्विच पर कितने एम्पियर का फ्यूज लगेगा?
उत्तर – एच.पी. के 3 गुने के बराबर लगता है।
प्रश्न 8. स्टार में एक मोटर डेल्टा में वोल्टेज का कौन सा भाग लेती है?
उत्तर – 58%
प्रश्न 9. स्लिपरिंग मोटर कहाँ-कहाँ काम में लाई जाती है?
उत्तर - जहाँ अच्छा स्टार्टिंग टार्क चाहिए।
प्रश्न10. अधिक H.P. की मोटर को स्टार्ट करने के लिए स्टार-डेल्टा स्टार्टर क्यों लगाते हैं?
उत्तर - (1 )अधिक स्टार्टिंग करंट और लाइन वोल्टेज के Disturbance से बचने के लिए।
(2 )सप्लाई वोल्टता की गिरावट को रोकने के लिए
प्रश्न11. ए.सी. मोटरों के लिए स्टार्टरों के नाम तथा जिन H.P.तक लगते हैं नाम बताओ।
उत्तर - 1 डायरेक्ट आन लाइन स्टार्टर 5 H.P. तक।
1. स्टार डेल्टा स्टार्टर - 15 H.P. तक।
2. आटो ट्रांसफार्मर स्टार्टर - 25 H.P. तक।
3. रेजिस्टैंस टाइप स्टार्टर - केवल स्लिपरिंग मोटरों के लिए।
प्रश्न 12. स्टार डेल्टा स्टार्टर शुरू में मोटर को कितना करंट और वोल्टेज भेजता है?
उत्तर – पूरे वोल्टेज का 59% और डाइरेक्ट स्टार्टिंग करंट का 1/3 हिस्सा।
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