निर्वात् सर्किट ब्रेकर(Vacuum Circuit Breaker (VCB)
क्या आप vacuum circuit breaker in hindi or vcb breaker in hindi के बारे में जानना चाहते है? यदि हां तो मै इस पोस्ट में vacuum circuit breaker(vcb) के बारे में विस्तृत जानकरी शेयर कर रहा हूँ \
VCB क्या होता है?(Vacuum Circuit Breaker in hindi)
vacuum circuit breaker में आर्क को बुझाने के
लिए माध्यम के रूप में निर्वात का प्रयोग करते हैं। इसमें निर्वात् की degree 10-7 से 10-5
Torr तक होती है। इस प्रकार निर्वात उच्च विद्यतरोधन क्षमता प्राप्त करता
है। इसके अन्दर आर्क को बुझाने का सबसे अच्छा गुण होता है।
जब सर्किट ब्रेकर के
सम्पर्क निर्वात् में खुलते हैं तो बाधा के कारण प्रथम अर्ध-चक्र में ही धारा का
मान शून्य हो जाता है, क्योंकि
सम्पर्कों के बीच में dielectric strength अन्य सर्किट ब्रेकर की अपेक्षा हजार गुना अधिक बढ़ जाता है।
VCB का कार्य सिद्धान्त (Principle of VCB)-
जब सर्किट ब्रेकर के सम्पर्क निर्वात् 10-7
to 10-5 torr में खुलते हैं, तो दोनों सम्पर्कों के मध्य आर्क
उत्पन्न होता है। आर्क उत्पन्न होने से सम्पर्कों के metal का वाष्पन होने के कारण माध्यम आयोनाइज्ड हो जाता
है। फिर भी आर्क बहुत तेजी से बुझ जाती है, क्योंकि जो धात्विक वाष्प होता है
वह निर्वात् के अन्दर बहुत तेजी से संघनित हो जाते हैं और पुन: सम्पर्कों पर जमा
हो जाते हैं जिसका परिणाम यह होता है कि बहुत ही तेजी से dielectric
strength बढ़ती है।
Vacuum Circuit Breaker की संरचना (Construction of VCB)-
चित्र में Vacuum
Circuit Breaker को दिखाया गया है। इस सर्किट
ब्रेकर में एक निर्वात चैम्बर होता है जिसके अन्दर चल सम्पर्क, स्थिर सम्पर्क व
आर्क शील्ड लगे होते हैं। चल सम्पर्क एक नियंत्रित मशीनी क्रियाविधि के द्वारा
स्टेनलेस स्टील की Bellow से जुड़ा होता है। इस समायोजन का प्रयोग किसी प्रकार के लीकेज को रोकने
की दृष्टि से किया गया है।
vacuum circuit breaker |
एक काच के बर्तन या चीनी मिट्टी के वर्तन का प्रयोग बाहरी Body को विद्युतरोधी करने के लिए किया गया है। आर्क शील्ड, धातु के वाष्प को इकट्ठा करने के लिए प्रयोग किया गया है।
Vacuum Circuit Breaker का कार्य विधि-
जब परिपथ का प्रचालन
होता है अर्थात सामान्य अवस्था में स्थिर सम्पर्क से चल सम्पर्क अलग नहीं होता है।
जैसे ही दोनों सम्पर्क एक-दूसरे से अलग होते हैं, दोनों सम्पर्कों के मध्य आर्क
उत्पन्न होती है।
आर्क की उत्पत्ति
धातु के आयोनाइजेशन होने के कारण होती है। यह आर्क बहुत ही जल्दी बुझ जाती है
क्योंकि जो वाष्प धातु होती है वह अति शीघ्र संघनित होकर सम्पर्कों की सतह पर अथवा
आर्किंग शील्ड पर जम जाती है जिसके कारण निर्वात् की di-electric
strength बहुत तेजी
से बढ़ जाती है और आर्क बुझ जाती है। इस कार्य के होने में अत्यन्त कम समय लगता
है।
VCB को परिपथ में लगाने के लाभ-
1. vacuum circuit breaker विश्वश्नीय
तथा अधिक आयु वाले होते हैं।
2. आग लगने का कोई खतरा नहीं होता।
3. ओपरेशन के समय किसी प्रकार की कोई
गैस उत्पन्न नहीं होती है।
4. कम maintenace की आवश्यकता होती
है।
5. इनमें Arc energy
low होती है।(arc=ज्वाला)
6. ये आसानी से आकाशीय बिजली को सह
सकते हैं।
अनुप्रयोग (Applications)
vacuum circuit breaker का प्रयोग उन स्थानो पर किया जाता है जहाँ पर पहुँचना उतना आसान नहीं होता, । vacuum circuit breaker का
प्रयोग Outdoor Application में किया जाता है। इनकी Range 22 kV से 66 kV तक होती है परन्तु आवश्यकता पड़ने
पर विशेष अवस्था में 60 से 100 MVA तक के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
निर्वात सर्किट ब्रेकर का प्रयोग ज्यादातर दूरस्थ गाँवों व
कस्बों के लिए किया जाता है।
hello दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको ''vacuum circuit breaker in hindi or vcb breaker in hindi '' के बारे में जानकारी दी है इसके अलावा अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें, धन्यवाद
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